
‘भारतीय राजनीतिक चिंतन में विचार एवं संस्थाएँ’, भारतीय राजनीतिक सिद्धांत के अध्ययन के लिए एक व्यापक परिचय प्रदान करती है। यह पुस्तक भारतीय राजनीतिक चिंतन पर शोध आधारित और अकादमिक संलग्नता का समयोचित वर्णन प्रस्तुत करती है। एनईपी (NEP) पाठ्यक्रम पर आधारित यह पुस्तक ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य से प्राचीन भारतीय राजनीतिक चिंतन की नींव के लिए एक व्यापक परिचय के रूप में कार्य करती है। इसका उद्देश्य प्राचीन भारतीय समाज को संरचित करने वाले विविध सिद्धांतों, सिद्धांतों / नियमोंऔर दर्शन में अंतर्दृष्टि प्रदान करना है। संस्थागत इतिहास पर ध्यान केंद्रित करते हुए, यह पुस्तक एक संस्था के रूप में राज्य के विभिन्न घटकों पर प्रकाश डालती है, तथा यह दर्शाती है कि किस प्रकार न केवल इसमें राजनीतिक बल्कि शासन और राज्यकाल के सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और नैतिक आयामों को भी शामिल किया गया है।
यह पुस्तक प्राचीन भारत में राज्य के इतिहास और संरचना पर दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है, जिसमें राजनीतिक अवधारणाओं, संगठनों, प्रकारों, वास्तुकला और शासन पर चर्चा की गई है। यह राज्य और उसकी संस्थाओं को नियंत्रित करने वाले उन मानदंडों, कर्तव्यों और उत्तरदायित्वों का अन्वेषण करती है और प्राचीन ग्रंथों की विभिन्न विद्वानों की व्याख्याओं से उत्पन्न वैचारिक परिवर्तनों पर प्रकाश डालती है।
प्राचीन और मध्यकालीन साहित्य से प्रेरणा लेते हुए, यह पुस्तक भारतीय राजनीतिक चेतना की प्रमुख अवधारणाओं को संबोधित करती है, जिसमें धर्म (धम्म), दंड, नीति, न्याय, सभा, समिति, राज्य, राष्ट्र, वर्ण और जाति शामिल हैं। यह पुस्तक छात्रों को उन अवधारणाओं से परिचित कराती है, जो प्राचीन भारतीय सामाजिक और राजनीतिक विचारों को समझने के लिए सैद्धांतिक और वैचारिक आधार प्रदान करते हैं। इसके अलावा, यह छात्रों को धर्म और दंड की अवधारणाओं और प्राचीन भारत के न्याय, नीति, सभा और समिति प्रथाओं में इस्तेमाल की जाने वाली विधियों के बारे में बताती है। यह राज्य और राष्ट्र के विकास को भी दर्शाती है और वर्ण की कार्य प्रणाली और जाति से इसके अंतर को समझाती है। यह पुस्तक मुख्य रूप से बी.ए. राजनीतिक विज्ञान के छात्रों की जरूरतों को पूरा करती है। दर्शनशास्त्र और इतिहास के विद्यार्थियों लिए भी यह पुस्तक लाभकारी सिद्ध होगी।
पुस्तक की विशेषताएँ
• यह पाठ्यपुस्तक संपूर्ण पाठ्यक्रम को प्रस्तुत करती है।
• आरेखों, चार्ट और ऐतिहासिक छवियों के माध्यम से अवधारणात्मक स्पष्टता को दर्शाती है।
• प्रमुख विचारकों के कार्यों और भारतीय राजनीतिक सिद्धांत में उनके योगदान को प्रस्तुत करती है।
• पुस्तक भारतीय राजनीतिक विचार की मूलभूत अवधारणाओं को दर्शाती है।
लक्षित दर्शक
बी.ए. राजनीतिक विज्ञान (as per NEP Syllabus)
